
रह जाता कोई अर्थ नहीं - रामधारी सिंह दिनकर
April 22, 2023
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रह जाता कोई अर्थ नहीं - रामधारी सिंह दिनकर
नित जीवन के संघर्षों से जब टूट चुका हो अन्तर्मन, तब सुख के मिले समन्दर का *रह जाता कोई अर्थ नहीं*।। जब फसल सूख क…

नित जीवन के संघर्षों से जब टूट चुका हो अन्तर्मन, तब सुख के मिले समन्दर का *रह जाता कोई अर्थ नहीं*।। जब फसल सूख क…